11 बार हनुमान चालीसा पढ़ने के अद्भुत लाभ और सही विधि।
भारतीय संस्कृति में हनुमान चालीसा को अपार श्रद्धा और भक्ति से पढ़ा जाता है। यह केवल एक स्तोत्र नहीं, बल्कि शक्ति, साहस और संकट निवारण का अचूक साधन है। विशेष रूप से यदि कोई व्यक्ति प्रतिदिन 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करे, तो उसे अद्भुत आध्यात्मिक और सांसारिक लाभ प्राप्त होते हैं।
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11 बार हनुमान चालीसा पढ़ने के अद्भुत लाभ |
इस लेख में हम जानेंगे कि हनुमान चालीसा के 11 बार पाठ से क्या-क्या लाभ होते हैं और इसे सही विधि से कैसे किया जाए।
हनुमान चालीसा का पाठ भारतीय संस्कृति में अत्यंत शुभ और चमत्कारी माना गया है, और 11 बार हनुमान चालीसा पढ़ने के कई विशेष फायदे बताए हैं। मुख्य लाभ इस प्रकार हैं।
भय और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा:-
हनुमान चालीसा का 11 बार पाठ करने से व्यक्ति के आसपास की नकारात्मक शक्तियाँ दूर होती हैं और भय, शोक तथा चिंता मिटती है।
मानसिक शांति और स्थिरता:-
लगातार पाठ से मन एकाग्र होता है, तनाव और अवसाद (depression) कम होता है, और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
स्वास्थ्य लाभ:-
शास्त्रों के अनुसार, हनुमान जी को आरोग्य देवता भी कहा गया है। 11 बार चालीसा पढ़ने से बीमारियों से रक्षा होती है और स्वास्थ्य सुधरता है।
आत्मबल और साहस में वृद्धि:-
हनुमान चालीसा में वीरता और पराक्रम का वर्णन है। इसका नियमित पाठ आत्मविश्वास और साहस को बढ़ाता है।
बाधाओं और संकटों से मुक्ति:-
कहा जाता है कि हनुमान जी सभी प्रकार के संकटों को हर लेते हैं ("संकट कटै मिटै सब पीरा")। 11 बार चालीसा पढ़ने से जीवन में आने वाली समस्याओं का निवारण होता है।
धन, समृद्धि और सफलता:-
भक्तिपूर्वक हनुमान चालीसा का 11 बार पाठ करने से व्यक्ति को व्यवसाय, नौकरी और जीवन के अन्य क्षेत्रों में सफलता मिलती है।
शनि दोष और अन्य ग्रहबाधाओं से मुक्ति:-
जिन लोगों की कुंडली में शनि या राहु-केतु का दोष होता है, उनके लिए 11 बार हनुमान चालीसा पढ़ना अत्यंत लाभकारी होता है।
घर में सुख-शांति:-
जहाँ नियमित हनुमान चालीसा का पाठ होता है, वहाँ वातावरण पवित्र और शांतिपूर्ण बना रहता है।
आध्यात्मिक उन्नति:-
हनुमान जी भक्ति और सेवा के प्रतीक हैं। उनका ध्यान करने से व्यक्ति आध्यात्मिक मार्ग पर तेज़ी से आगे बढ़ता है।
रक्षा कवच:-
11 बार पाठ करने से ऐसा माना जाता है कि एक अदृश्य सुरक्षा कवच बन जाता है जो हर प्रकार के संकट और नकारात्मकता से रक्षा करता है।
चमत्कारिक अनुभव:-
कई भक्तों ने अनुभव किया है कि नियमित 11 बार पाठ करने से जीवन में असंभव कार्य भी संभव होते हैं और चमत्कारी सहायता प्राप्त होती है।
11 बार हनुमान चालीसा पढ़ने की सही विधि और कुछ विशेष सावधानियाँ ।
1. हनुमान चालीसा 11 बार पढ़ने की सही विधि ?
(क) समय का चयन:-
- सुबह सूर्योदय के समय (ब्राह्म मुहूर्त में) या शाम को सूर्यास्त के बाद पढ़ना श्रेष्ठ माना जाता है।
- मंगलवार और शनिवार को विशेष फलदायी होता है।
- सुबह जल्दी उठें (अधिकार ब्रह्म मुहूर्त में — 4 बजे से 4:30 बजे के बीच)।
- स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें (लाल या सफेद रंग उत्तम)।
- हनुमान जी की मूर्ति/फोटो के सामने दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
(ख) स्थान:-
- किसी शांत, स्वच्छ स्थान पर बैठकर करें।
- अगर संभव हो तो घर के मंदिर या हनुमान जी के चित्र/मूर्ति के सामने करें।
(ग) पूजन:-
- भगवान श्रीराम और हनुमान जी को प्रणाम करें।
- चंदन या कुमकुम का तिलक लगाएं।
- पहले हनुमान जी को जल अर्पित करें, सिंदूर, चमेली का तेल और फूल चढ़ाएं।
- दीपक जलाकर शुद्ध वातावरण बनाएं।
(घ) आसन:-
- सफेद या लाल रंग के आसन पर बैठकर पढ़ें।
- ध्यान रखें कि पढ़ते समय पूरा शरीर स्थिर और सीधा हो।
(ङ) भावना:-
- हर बार पाठ करते समय ध्यान रखें कि आवाज मध्यम हो और मन स्थिर रहे।
- हनुमान जी के चरणों में पूर्ण श्रद्धा और समर्पण की भावना से पाठ करें।
- मन को एकाग्र करके हर शब्द को भाव से उच्चारित करें।
(च) संख्या:-
- एक ही समय में 11 बार पूरा पाठ करें। बीच में न उठें और न कोई वार्तालाप करें।
- प्रत्येक पाठ के बाद मानसिक रूप से "जय श्रीराम" का उच्चारण करें।
2. पाठ के दौरान किन बातों का ध्यान रखें।
- हनुमान जी ब्रह्मचारी हैं, इसलिए पाठ से पहले स्वच्छता (शारीरिक व मानसिक) का विशेष ध्यान रखें।
- पाठ करने से पहले स्नान करना अच्छा होता है।
- मांसाहार, मद्यपान से दूर रहें।
- पाठ के समय मोबाइल या अन्य ध्यान भटकाने वाली चीज़ों से दूरी बनाए रखें।
- यदि संभव हो, तो लाल वस्त्र पहनना शुभ होता है।
3. 11 बार पढ़ने से मिलने वाले गहरे लाभ:
लाभ | विवरण |
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भय और संकट से मुक्ति | जीवन में चाहे कोई भी संकट हो,हनुमान जी के कृपा से दूर हो जाते हैं। |
ग्रह दोष और शमन | विशेष कर शनि,राहु और केतु के कष्ट काम होते हैं। |
अदृश्य सुरक्षा कवच | जैसे एक दिव्य ऊर्जा का घेरा बन जाता है आपके आसपास, जो नजर दोष और तंत्र-मंत्र से अपनी सुरक्षा करता है। |
धन समृद्धि में वृद्धि | व्यापार, नौकरी और जीवन के हर क्षेत्र में उन्नति होती हैं। |
मानसिक मजबूती | डर, चिंता,अवसाद और आत्मग्लानि दूर होती हैं। |
आध्यात्मिक प्रगति | भक्ति मार्ग पर तेजी से उन्नति होती हैं, मन भगवान में रमणे लगता हैं। |
शारीरिक स्वास्थ्य | शरीर में ऊर्जा का संचार होता हैं और बीमारियों से रक्षा होती हैं। |
कामनाओं की पूर्ति | जो सच्चे दिल से इच्छा रखते, उनकी मनोकामना पूरी होती हैं। |
4. विशेष सुझाव:-
- यदि आप लगातार 21, 31 या 41 दिनों तक प्रतिदिन 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें, तो अद्भुत चमत्कारी अनुभव हो सकते हैं।
- मंगलवार और शनिवार को व्रत के साथ यह पाठ करने से फल कई गुना बढ़ जाता है।
- अंत में "हनुमान आरती" (अगर संभव हो) गाएं या सुनें:
- ("आरती कीजै हनुमान लला की...")
- हनुमान जी से रक्षा, स्वास्थ्य, समृद्धि और शक्ति का आशीर्वाद मांगें।
- प्रसाद (गुड़, चने या फल) अर्पित करें और खुद भी ग्रहण करें।
- मंगलवार और शनिवार को विशेष ध्यान दें, थोड़ा अतिरिक्त समय भक्ति में लगाएं।
- अगर समय हो, तो दिन में भी "हनुमान बाहुक" या "सुंदरकांड" का पाठ जोड़ सकते हैं।
- महीने के अंत में 1 दिन छोटा सा भंडारा या किसी गरीब को भोजन कराएं — हनुमान जी अति प्रसन्न होते हैं।